FOREX TRADING karne ke liye यहां क्लिक करें
Registration on yorkerfx broker
For Registration CLICK HERE .....on yorkerfx broker
Forex Trading क्या होता है – Forex Trading Kya Hai In Hindi
विदेशी मुद्रा व्यापार से आपका मतलब है कि जब व्यक्ति या कंपनी एक देश की मुद्रा का खरीददारी और बेचदारी करके दूसरे देश की मुद्रा के साथ लाभ कमाते हैं। यह विदेशी मुद्रा बाजार में होता है और विभिन्न देशों की मुद्राओं के बीच मुद्रा विनिमय को प्रबंधित करता है। इसका उद्देश्य विदेशी मुद्रा की मूल्य में परिवर्तनों का लाभ उठाना होता है।
दुनिया के सभी देशों की एक करेंसी होती है जैसे भारत का रुपया, अमेरिका का डॉलर, जापान का येन, ब्रिटेन का पाउंड इत्यादि इन सभी की एक कीमत होती है जो बाजार में Demand And Supply के आधार पर कम ज्यादा होती है, आपने अकसर न्यूज़ में सुना होगा की आज रुपये 0.40 पैसा गिर गया, आज रुपये 0.50 पैसा बढ़ गया जब रूपया कम या ज्यादा होता है तो कुछ लोग इसे कम दाम पर खरीद कर ज्यादा होने पर बेच देते है इसे ही फोरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। Forex Market इस दुनिया का सबसे बड़ा मार्किट है इसमें रोजाना 6 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की ट्रेडिंग होती है
दोस्तों Forex Trading में फॉरेक्स का सामान्य अर्थ होता है कि विदेशी मुद्रा , और एक्सचेंज का मतलब होता है अदला-बदली जिस से मिलकर बनता है Foreign + Exchangeजिसका सामान्य सा अर्थ होता है कि विदेशी मुद्रा का अदला-बदली, या विनियम विदेशी मुद्रा विनियम
तो इस शब्द के माध्यम से अर्थ निकालकर हम कह सकते हैं कि Forex Trading विदेशी मुद्राओं की अदला बदली या विनियम करने का नाम है जब उन currency का मार्केट में भाव ज्यादा होता है तब उन्हें बेचा जाता है और जब प्राइस नीचे जाती है तब उन्हें वापस खरीदा जाता है
तो ऐसे में फॉरेक्स ट्रेडर टेक्निकल एनालिसिस करते हैं और फंडामेंटल एनालिसिस करके बहुत ही गहरा अध्ययन करते हैं जिससे वह करंसी प्राइस के बारे में पता लगाते हैं और उनकी पोजीशन के बारे में पहले से ही जानकारी रखते हैं समय आने पर अच्छा मुनाफा कमाते हैं |
विदेशी मुद्रा व्यापार के कई उदाहरण हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
EXAMPLE 1
दोस्तों जैसा कि मान लेती है आप आज के समय अमेरिका घूमने गए हैं और आप अमेरिका में खर्चा करने के लिए अपने भारतीय रुपए लेकर जाते हैं जैसे आपको पता है कि अमेरिका में भारतीय रुपया नहीं चलता है तो आप वहां पर एक्सचेंज में जाते हैं और ₹80 का $1 के हिसाब से आप $100 खरीद लेते हैं जो आपको पड़ेंगे लगभग ₹8000 के ।
मान लीजिए आप का सारा खर्चा बहुत कम हुआ है और 1 महीने में आपने खर्चा किए केवल $50 और 1 महीने बाद आप वापस आ रहे हो तब वापसी में एक डॉलर की कीमत लगभग हो जाए ₹85 तब आपको $50 पर ₹5 के हिसाब से फायदा हो जाएगा हर $1 पर आपको ₹5 फायदा होगा इस प्रकार से आप $50 के ऊपर आपको ₹250 का फायदा हो जाएगा ऐसे ही Forex Trading में आपको इंडिया में बैठकर विश्व की विभिन्न करेंसीओं में ट्रेड करना होता है
किसी भी विदेशी मुद्रा या करेंसी की वैल्यू फॉरेक्स मार्केट में डिमांड एंड सप्लाई के ऊपर निर्भर करती है जब इंटरनेशनल मार्केट घर में किसी भी देश की मुद्रा की ज्यादा आवश्यकता होती है तब उस देश की मुद्रा का मूल्य बढ़ जाता है जैसे कि अमेरिकन डॉलर पूरे विश्व में अपनाया जाता है और इसकी एक स्थिरता बनी रहती है
इस प्रकार से किसी भी विदेशी मुद्रा को भारत में बैठकर खरीदना और उसे समय आने पर मुनाफे में बेचना Forex Trading कहलाती है आप इसे इंटरनेट की सहायता से कहीं पर भी बैठक
र कर सकते हैं लेकिन इसमें आपको इन्वेस्टमेंट करनी होगी
Click here
Forex Trading Value in Hindi – फॉरेक्स ट्रेडिंग की मार्केट वैल्यू कितनी है
फॉरेक्स ट्रेडिंग मैं ध्यान देने वाली बात यह है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग में उतार-चढ़ाव बहुत ही कम मात्रा में होता है तो आपको इस उतार-चढ़ाव के बीच में ही अपना पैसा बनाना होता है और हमें फायदा भी उतना ही होता है जितना हमारा पैसा इनमें इन्वेस्ट होता है,फॉरेक्स ट्रेडिंग में मार्केट का उतार-चढ़ाव केवल 1% और 2% के मध्य ही चलता रहता हैमतलब इसमें रिस्क बहुत ही कम है
फॉरेस्ट ट्रेडिंग में फॉरेक्स मार्केट की वैल्यू 5 ट्रिलियन डॉलर की है इसका मतलब यह है कि Forex Market में जो लेनदेन होती है फॉरेक्स ट्रेडिंग होती है उसकी वैल्यू हमारे NSE , BSE अर्थात जो हमारे देश के दो मुख्य एक्सचेंज हैं उनसे कई ज्यादा है इसमें ज्यादा लाभ कमाने के लिए हमें एक अच्छा पैसा लगाना पड़ता है Forex trading के अंदर यदि आपके पास में अच्छा पैसा है तो आप इसमें इन्वेस्टमेंट करके एक अच्छी इनकम जनरेट कर सकते हो
EXAMPLE 2
विदेशी मुद्रा व्यापार उदाहरण में भारतीय रुपये या अमेरिकी डॉलर मुद्रा
ठीक है, यहां विदेशी मुद्रा व्यापार के दो उदाहरण हैं जिनमें भारतीय रुपये (INR) और अमेरिकी डॉलर (USD) मुद्रा का प्रयोग हुआ है:
भारतीय निवेशक का उदाहरण (INR to USD): एक भारतीय निवेशक अमेरिकी डॉलर (USD) में निवेश करने का निर्णय लेता है। वह अपने भारतीय रुपये (INR) को अमेरिकी डॉलर (USD) में बदलता है और अमेरिकी बाजार में निवेश करता है। यदि USD की मूल्य में वृद्धि होती है, तो वह निवेश के साथ लाभ कमाता है।
व्यापारिक कंपनी का उदाहरण (USD to INR): एक अमेरिकी व्यापारिक कंपनी भारतीय बाजार में अपने उत्पादों की बेचदारी कर रही है। जब वह अपने लेन-देन को पूरा करने के लिए पैसे प्राप्त करती है, तो वह अमेरिकी डॉलर (USD) को भारतीय रुपये (INR) में बदलती है। यदि INR की मूल्य में वृद्धि होती है, तो व्यापारिक कंपनी को अधिक लाभ होता है।
इन उदाहरणों में, भारतीय रुपये (INR) और अमेरिकी डॉलर (USD) का उपयोग विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए हुआ है, जिससे निवेशक और व्यापारिक कंपनी निवेशों और व्यापार से लाभ कमा सकते हैं।
Comments
Post a Comment